दोनों के बीच प्यार की राह खुली तो दोनों एक साथ जीनेमरने की कसमें खाने लगे थे. फायजा को हसन के प्यार में किसी भी तरह से हल्कापन नजर नहीं आया था. उस के बाद दोनों के बीच विश्वास बढ़ा तो हसन भी उस पर पैसा लुटाने लगा था.
हसन ने कई बार फायजा को उस की पसंद का मोबाइल भी ले कर दिया, ताकि वह उस के संपर्क में बनी रहे. हसन कुछ ही समय में उस का इतना दीवाना बन बैठा कि उस ने एक दिन अपने सीने पर फायजा का नाम ही गुदवा लिया था.
फायजा भी उसे दिलोजान से प्यार करती थी. इंस्टाग्राम पर वह कभीकभार अपनी फोटो शेयर करती तो हमेशा ही उसे नाजिम नाम के युवक की तरफ से जरूर लाइक और कमेंट मिलता था. नाजिम से जुड़ते ही उस ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उस की कुंडली खंगाली.
पता चला कि नाजिम लखनऊ शहर से था और एक प्राइवेट कंपनी में जौब करता था. नाजिम देखने में सुंदर था. यही कारण था कि कुछ ही दिनों में नाजिम और फायजा के बीच वाट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर हायहैलो होने लगी. धीरेधीरे नाजिम के प्रति उस की उत्सुकता बढ़ी और बात दोस्ती तक जा पहुंची.
नाजिम से दोस्ती का हाथ बढ़ाते ही उस ने हसन से बात करनी कुछ कम कर दी थी. हसन जब कभी भी फायजा को फोन मिलाता तो उस का फोन व्यस्त मिलता था. उस के बाद वह कई बार उस से मिलने उस के घर पर भी गया. लेकिन उस ने देखा कि उस का व्यवहार उस के प्रति काफी बदल गया है.
खाली वक्त में फायजा सोशल मीडिया पर समय गुजारने लगी थी. कुछ ही समय में उस ने वाट्सऐप व फेसबुक पर ढेरों दोस्त बना लिए थे. वाट्सऐप व फेसबुक पर उसे बोरियत होने लगी तो उस ने इंस्टाग्राम पर भी अपना एकाउंट बना लिया था. उस के बाद वह इंस्टाग्राम पर भी अपने फोटो शेयर करने लगी.
हसन उस के गांव से काफी दूर का रहने वाला था, जिस के कारण वह उस पर हर वक्त तो नजर रख नहीं सकता था. फिर भी उस की नजर फायजा के फेसबुक और इंस्टाग्राम पर जरूर जमी रहती थी. जिस के कारण ही उसे उस की हकीकत का पता चल सका कि वह नाजिम की ओर फिसलती जा रही है.
उस के बदले हालात देखते ही हसन के तनबदन में आग लग गई. उसे सब से ज्यादा अफसोस इस बात का था कि उस ने फायजा पर विश्वास कर के उस पर अपनी गाढ़ी कमाई के 6-7 लाख रुपए बरबाद कर दिए थे. फिर भी उसे बेवफाई ही हाथ लगी थी.
पहली अगस्त, 2022 को हसन ने कई बार उस के मोबाइल पर फोन मिलाया, लेकिन हर बार उस का मोबाइल व्यस्त ही आया. जिस के कारण उस के दिमाग में एक शैतान जाग उठा.
उस ने उसी दिन तय कर लिया कि आज आर या पार. आज वह फायजा से फैसला कर के ही रहेगा कि उसे उस के साथ रहना है या फिर किसी और के साथ.
यही सोच कर वह शाम के कोई 5 बजे उस के घर पहुंच गया था. फायजा के घर पहुंचते ही उस ने प्रश्न किया, ‘‘फायजा, तुम्हारे दिल में क्या चल रहा है, आज मुझे साफसाफ बताओ? आज सुबह से ही मैं तुम्हें कई बार फोन मिला चुका हूं लेकिन तुम ने एक बार भी मेरा फोन रिसीव नहीं किया. मैं ने कई बार वाट्सऐप पर मैसेज भी भेजा, लेकिन तुम ने उस का भी कोई जवाब नहीं दिया. मुझे आज साफसाफ बताओ कि तुम मुझ से क्या चाहती हो?’’
इस से पहले कि फायजा उस के सवालों का कोई जबाव दे पाती, उस की अम्मी आ गई. आसिफा के आते ही हसन शांत हो गया. मां आते ही फायजा हसन को साथ ले कर दूसरी मंजिल पर चली गई. हसन का गुस्सा देख कर उस ने उसे समझाते हुए कहा, ‘‘हसन, जैसा तुम सोच रहे हो वैसा कुछ भी नहीं है. मैं कल भी तुम्हें प्यार करती थी और आज भी करती हूं. लेकिन किसी काम के चलते मैं तुम्हारा फोन रिसीव नहीं कर सकी. इस में परेशान होने वाली क्या बात है?’’
फायजा की बात सुनते ही हसन का गुस्सा शांत हो गया. उस के बाद उसे लगा कि कहीं न कहीं उस के मन का ही वहम है. उस के बाद दोनों छत से नीचे चले आए.
छत से आने के बाद दोनों ने एक साथ बैठ कर चाय पी. उसी समय उस ने फायजा को खर्च के लिए 3 हजार रुपए भी दिए. काफी देर हो जाने के कारण हसन अपने घर के लिए निकलने ही वाला था, तभी फायजा के मोबाइल पर किसी की काल आई. स्क्रीन पर उभर रहे नाम को देखते ही फायजा ने काल डिसकनेक्ट कर दी. उस के बाद वह उसे विदा करने के लिए घर के दरवाजे पर आ गई.
हसन अभी उस के घर से निकला भी नहीं था कि उसी समय फिर से फायजा के मोबाइल पर फिर से फोन आ गया. उस ने सोचा हसन चला गया होगा. यही सोच कर उस ने नाजिम को फोन मिला दिया. फिर वह उस से बात करने लगी.
हसन को इसी पल का इंतजार था. वह चुपके से दबे पांव गेट के पास आया और उस की बात सुनने लगा. उस की बातों से हसन को लगने लगा था कि वह वाकई उस के साथ प्यार का खेल खेल रही है. उस वक्त दोनों के बीच जो बातें उस ने सुनीं, उन्हें सुन कर उस के तनबदन में आग लग गई.
उस ने उसी समय अपने बैग में रखा चाकू निकाला और सामने फोन पर बात कर रही फायजा पर अनगिनत वार कर डाले. लहूलुहान होने के बावजूद भी फायजा चीखतीचिल्लाती अपने बचाव के लिए घर के अंदर भागी.
लेकिन कुछ ही पलों में वह बेहोश हो कर नीचे गिर पड़ी. उस की चीखपुकार सुन कर उस की अम्मी आसिफा नीचे आ गई थी. उस के बाद हसन आसिफा को धक्का मार कर वहां से भाग गया.
आरोपी हसन से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसे आईपीसी की धारा 452, 302 के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. द्य
—कहानी में कुछ पात्रों के नाम काल्पनिक हैं.


