Punjab News : आप नेता की डिनर डैथ साजिश

Punjab News : आम आदमी पार्टी के नेता अनोख मित्तल ने 34 वर्षीय पत्नी मानवी मित्तल उर्फ लिप्सी के साथ एक रिसौर्ट में पहुंच कर एकदूसरे की बांहों में बांहें डाल कर खूब डांस किया, फिर वहीं डिनर किया. इस के ठीक एक घंटे बाद लिप्सी का मर्डर हो गया. किस ने किया उस का मर्डर? लुधियाना पुलिस ने जब हत्या के राज से परदा हटाया तो ऐसी चौंकाने वाली कहानी सामने आई कि…

15 फरवरी, 2025 को लुधियाना निवासी अनोख मित्तल और उस की पत्नी ने बाहर डिनर करने का प्लान बनाया. इस के लिए उन्हें मैक्स रिसौर्ट पसंद आया, जो लुधियाना से करीब 25 किलोमीटर दूर था. चूंकि उन के पास कार थी, इसलिए उन के लिए यह दूरी ज्यादा नहीं थी. वैसे भी अनोख मित्तल आम आदमी पार्टी का नेता था. अनोख मित्तल पत्नी मानवी मित्तल उर्फ लिप्सी को ले कर रात करीब 10 बजे रिसौर्ट पहुंच गया. रिसौर्ट में डीजे की तेज धुन पर मस्त हो कर दोनों ने काफी देर तक डांस किया. पतिपत्नी दोनों बेहद खुश थे. उस दिन अनोख मित्तल ने अपने मोबाइल से डांस के कई वीडियो बनाए, जिन्हें उस ने अपने वाट्सऐप के स्टेटस पर भी लगाया.

इस के बाद डिनर कर दोनों खुशीखुशी अपनी कार से रात करीब 12 बजे वापस घर के लिए चल दिए.  रास्ते में अनोख मित्तल ने पेशाब के लिए अपनी कार को सड़क किनारे रोका और कार से उतर कर सड़क किनारे गया ही था कि इसी बीच पीछे से कार में आए अज्ञात लोगों ने हमला कर कार में बैठी उस की पत्नी लिप्सी को घायल कर दिया.  पत्नी की चीख सुन कर अनोख मित्तल उसे बचाने कार की तरफ दौड़ा तो उस के ऊपर भी हमलावरों ने चाकुओं से हमला कर घायल कर दिया.  हमलावरों ने अनोख मित्तल के चेहरे पर कुछ नशीला कैमिकल फेंका, जिस से वह बेहोश हो कर कार के पास गिर गया. इस बीच हमलावरों ने लिप्सी को कार के बाहर खींच लिया और उस के आभूषण लूट कर अनोख की कार ले क र भाग गए.

वहीं कुछ दूरी पर स्थित एक ढाबे का मालिक जब ढाबा बंद कर उधर से गुजर रहा था तो उस ने कार के बाहर सड़क पर घायल एक महिला व पुरुष को देख कर पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और दोनों घायलों को अस्पताल में उपचार के लिए भरती कराया. अनोख मित्तल ने पुलिस को सारी कहानी बता दी. तब पुलिस को पता चला कि घायल व्यक्ति आम आदमी पार्टी का नेता था.  डाक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद उस की पत्नी लिप्सी को नहीं बचाया जा सका. जबकि अनोख मित्तल के हाथ व पैर में चोट आई थी. उस का प्राथमिक इलाज कर दिया गया.

16 फरवरी की सुबह होतेहोते इस घटना से पूरे लुधियाना में सनसनी फैल गई. लुटेरों द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अनोख मित्तल की पत्नी का कत्ल और लूटपाट की घटना अचानक एक राजनीतिक मुद्दा बन गई.  बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकत्र्ता उस हौस्पिटल के बाहर धरने पर बैठ गए, जिस में लिप्सी का शव रखा हुुआ था. धरना दे रहे लोगों की मांग थी कि लुटरों को जल्द पकड़ा जाए. जानकारी होते ही मीडियाकर्मी भी हौस्पिटल पहुंच गए.  उधर पुलिस घटना के बाद लुटेरों की तलाश में जुट गई. आप नेता अनोख मित्तल व उस के परिवार के लोग भी धरने में शामिल थे. पत्नी की हत्या से अनोख मानसिक रूप से परेशान दिखाई दे रहा था. मीडिया ने उस से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. 

उस ने मीडिया को बताया, ”हत्यारों ने मेरे ऊपर चाकू से हमला किया और मुंह पर कोई नशीला पदार्थ डाल दिया, जिस के बाद मुझे चक्कर आ गया और मंै गिर गया. इस के बाद मुझे नहींं पता, मैं कब उठा हूं. उठने के बाद आसपास देखा, सब सुनसान था. मैं ने अपनी वाइफ को आवाज लगाई, उस ने जवाब दिया, ‘हां जी.मैं ने 2-3 बार आवाज लगाई. इस के बाद मैं फालो करता हुआ उस तक पहुंचा. एक घंटा मैं वहां चीखताचिल्लाता रहा. वहां से गुजर रहे बंंदों (लोगों) को मदद के लिए आवाज लगाई, लेकिन कोई नहीं रुका. मुझे बताया गया कि वहां से किसी ने पुलिस को फोन किया. यहां कोई आदमी चीख रहा है. उस के बाद पुलिस करीब एक घंटे बाद आई.’’

अनोख ने मीडिया को बताया कि वे लोग रात सवा 10 साढ़े 10 बजे के करीब रिसौर्ट पहुंचे थे. यह पूछने पर कि आप पुलिस से क्या मांग करते हो? तब अनोख मित्तल ने कहा कि मेरा सब कुछ बरबाद हो गया. मेरी तो दुनिया ही उजड़ गई. उन का (हत्यारों) भी कुछ बचेगा नहीं, जिन्होंने ये काम किया है. 

मामला हाईप्रोफाइल पुलिस हुई सक्रिय

देहलों थाने के एसएचओ सुखजिंदर सिंह ने मीडिया को बताया कि 5 हथियारबंद लुटेरों ने सिधवान नहर पुल के पास अनोख मित्तल पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया. हमले में पत्नी की मौत हो गई, जबकि पति घायल हो गया. लुटेरे पत्नी के आभूषण व कार लूट कर फरार हो गए. हमलावरों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है. लिप्सी के शव का पोस्टमार्टम 4 डाक्टरों के पैनल ने किया. इस पैनल में डा. अंकुर उप्पल, डा. अजय पाल, डा. सुचेता और डा. सौरव सिंगला शामिल थे. पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ कि लिप्सी के सिर के बाईं तरफ, बाजू, कंधे और दाएं बाजू और दोनों हाथों पर तेजधार हथियार से हमला किया गया था. बाईं तरफ सिर पर तेजधार हथियार से किए गए हमले के कारण और खून बहने से ही लिप्सी की मौत हुई थी. 

मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण हमलावरों तक पहुंचने के लिए पुलिस तत्परता से जांच में जुट गई. पुलिस ने निर्णय लिया कि अनोख पर डाले गए कैमिकल, जिस से वह बेहोश हो गया था, की पहचान कराई जाए. इस के लिए पुलिस धरनास्थल पर पहुंची और अनोख मित्तल से कहा कि आप का मैडिकल चैकअप कराना है, क्योंकि आप के चेहरे पर लुटेरों ने कोई नशीला पदार्थ डाला था. उस का टेस्ट कराना है. चैकअप के बहाने पुलिस अनोख को अपनी गाड़ी में बैठा कर धरनास्थल से अपने साथ ले गई. हुआ यह था कि जांच के दौरान पुलिस की जब डाक्टरों से बात हुुई, तब डाक्टरों ने बताया कि इलाज के दौरान जब चैक किया गया तो घायल अनोख के चेहरे पर उन्हें कोई कैमिकल नहीं मिला था. इस से पुलिस का शक और बढ़ गया. पुलिस ने तुरंत ऐक्शन लेने का निर्णय लिया.

उधर लुधियाना पुलिस के दिमाग में कुछ और चल रहा था. पुलिस का यह भी मानना था कि लुटेरों ने जब लिप्सी के आभूषण लूट ही लिए थे, फिर उन्होंने उस का कत्ल क्यों किया? लिप्सी की बांह व गले पर चाकुओं से प्रहार कर उस की हत्या की गई थी. पति अनोख ने विरोध किया था, लेकिन लुटेरों  ने उसे मामूली रूप से ही घायल किया. उस के पैर की चोट भी संदेह के घेरे में थी.  इसी के साथ पुलिस ने खामोशी के साथ घटना वाली रात अनोख की लोकेशन खंगाली. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि अनोख द्वारा घटना के तुरंत बाद किसी को मैसेज किया गया था, जिस में केवल एक शब्द डनलिखा था. 

छानबीन में पता चला कि उस ने अपनी गर्लफ्रेंड को यह मैसेज भेजा था. उस ने अपने मोबाइल से रिसौर्ट में पत्नी के साथ किए डांस का वीडियो बना कर अपने वाट्सऐप के स्टेटस पर भी लगाया था. पुलिस की पारखी नजर इसी स्टेटस पर पड़ी. ऐसा उस ने क्यों किया? क्योंकि इस से पहले उस ने कभी अपनी पत्नी के साथ कोई फोटो या वीडियो नहीं बनाया था, न अपलोड किया था. यह बात पुलिस को लिप्सी के मायके वालों ने पूछताछ के दौरान बताई थी.  ये सभी सबूत पुलिस को अनोख की ओर इशारा कर रहे थे. शक की सुई पूरी तरह अनोख पर रुक रही थी. लेकिन पुलिस उसे हिरासत में ले कर पूछताछ करने से बच रही थी. क्योंकि वह पार्टी के समर्थकों व रिश्तेदारों के साथ धरने पर बैठा था. सभी की हमदर्दी उस के साथ थी. 

धरने से उठा कर उसे कैसे गिरफ्तार करें? पुलिस नहीं चाहती थी कि उस की किसी काररवाई से कोई बवाल हो. क्योंकि पंजाब में आप की सरकार थी. कुछ गड़बड़ होने पर पुलिस के ऊपर गाज गिरते देर नहीं लगती. तब पुलिस ने यह योजना बनाई थी.  पुलिस उसे धरनास्थल से हौस्पिटल न ले जा कर सीधे थाने ले गई. थाने में पुलिस ने सभी सबूतों को दिखाते हुए अनोख मित्तल से सच्चाई बताने को कहा. पुलिस के रंगढंग देख कर अनोख मित्तल की सिट्टीपिट्टी गुम हो गई. वह ज्यादा देर नहीं ठहर सका. उस ने पुलिस के सामने सच्चाई उगल दी और अपना जुर्म कुबूल कर लिया. अनोख मित्तल ने बताया कि उस ने अवैध संबंधों के चलते ही पत्नी की हत्या सुपारी दे कर कराई थी. 

इस मामले में चौंकाने वाले खुलासे हुए. रिसौर्ट में पार्टी के नाम पर उस ने पत्नी के साथ विश्वासघात किया. हत्या वाली रात उस ने पत्नी को शातिराना तरीके से षडयंत्र रच कर सुपारी किलरों के हाथों अपने सामने ही मौत के घाट उतरवाया. पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल ने बताया कि वह काफी समय से पत्नी की हत्या कराना चाहता था. पिछले एक साल से उसे इस काम के लिए आदमी नहीं मिल रहे थे. अपनी गर्लफ्रेंड की मदद से वह हत्या में शामिल गुरदीप सिंह उर्फ मान से मिला, जिस ने इस हत्याकांड के लिए आदमी उपलब्ध कराए. 2 प्रयास विफल होने के बाद वह तीसरे प्रयास में सफल हो गया था.

इस के बाद से थाना डेहलों, सीआईए-3 की टीमों ने आरोपी पति अनोख व उस की गर्लफ्रेंड प्रतीक्षा को हिरासत में ले लिया. दिन भर एक के बाद एक आरोपियों को पकड़ते हुए इस हत्याकांड का परदाफाश 24 घंटे के अंदर ही पुलिस ने कर दिया. दरअसल, गर्लफ्रेंड की वजह से ही यह हत्याकांड हुआ था. अनोख मित्तल अपने वार्ड का आप पार्टी का अध्यक्ष था. करीब 3 महीने पहले वह आप पार्टी में शामिल हुआ था. अनोख को पार्टी में एक विधायक ने शामिल कराया था. इस से पहले वह कांग्रेस पार्टी में था. पुलिस ने इस हत्याकांड के 6 आरोपियों गुरदीप सिंह उर्फ मान, सोनू सिंह, अमृतपाल सिंह उर्फ बल्ली निवासी नंदपुर साहनेवाल, सागरदीप सिंह उर्फ तेजी निवासी ढंडारी कलां, अनोख मित्तल, प्रेमिका प्रतीक्षा निवासी जमालपुर को गिरफ्तार कर लिया,

जबकि सातवां आरोपी कौन्ट्रैक्ट किलर गिरोह का सरगना गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी निवासी ढंडारी कलां फरार है. पुलिस ने अनोख व हमलावरों की कारें भी बरामद कर लीं. धरने पर बैठे लोग उस समय सन्न रह गए, जब उन के सामने हत्यारे का चेहरा सामने आया. 15 घंटे पहले उस की पत्नी की हत्या हो चुुकी थी. वह कातिलों को पकडऩे की पुलिस से मांग कर रहा था. उस की हमदर्दी में आप पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता उस के साथ धरने पर बैठे थे. लेकिन पत्नी के हत्यारे के रूप में अनोख मित्तल का नाम सामने आते ही धरना समाप्त कर आंदोलनकारी उसे ही कोसने लगे.

अनोख और प्रेमिका की थी खूनी साजिश

उस के सिर प्रेमिका प्रतीक्षा का जादू इस कदर पर चढ़ा था कि उसे न तो पत्नी लिप्सी के साथ 12 साल बिताया समय दिखा और न ही अपने बच्चे नजर आए. जब लिप्सी पूरी तरह से घायल हो गई और मौत के करीब पहुंच गई, तब हमलावर उसे मरा समझ कर फरार हो गए. पुलिस के अनुसार, घटना के 45 मिनट बाद अनोख ने पुलिस को फोन किया. 10 मिनट में पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और दोनों घायलों को डीएमसी अस्पताल में भरती कराया. अस्पताल में भी अनोख फूटफूट कर रोता रहा कि उस का परिवारय लुट गया और वह बरबाद हो गया. 

इस हत्या में बराबर की भागीदार अनोख की प्रेमिका प्रतीक्षा पुलिस और परिवार वालों की आंखों में धूल झोंकने के लिए लिप्सी की ससुराल पहुंची और परिवार के साथ सांत्वना प्रकट की. अनोख मित्तल का उस की कार बैटरी की दुकान पर काम करने वाली 24 वर्षीय प्रतीक्षा से लव अफेयर पिछले 2 सालों से चल रहा था. धीरेधीरे दोनों के शारीरिक संबंध हो गए. दोनों ही दीनदुनिया से बेफिक्र अपनी ही दुनिया में मस्त रहने लगे. अब अनोख मित्तल एक पल भी प्रतीक्षा के बिना नहीं रह पाता था. एक साल पहले पति के व्यवहार में आए बदलाव से पत्नी लिप्सी को शक हुआ कि जरूर दाल में कुछ काला है. किसी तरह लिप्सी को अपने पति व उस की दुकान में काम करने वाली प्रतीक्षा के नाजायज संबंधों की जानकारी हो गई. जानकारी होते ही लिप्सी ने विरोध शुरू कर दिया. 

इस के बाद तो आए दिन पतिपत्नी के बीच इसी बात को ले कर झगड़ा होने लगा. अनोख मित्तल ने पत्नी को सफाई देते हुए कहा, ”तुम बेकार में शक कर रही हो. वह कर्मचारी है और मेरे कारोबार को अच्छी तरह से चला रही है. इस से कुछ लोगों ने तुम्हारे कान भर दिए हैं. तुम बेकार ही शक कर रही हो.’’ कुछ दिन सब कुछ ठीक रहा. लेकिन लिप्सी को कुछ दिन बाद ही पता चल गया कि प्रतीक्षा और उस के बीच नाजायज संबंध अभी भी बने हुए हैं. रोजरोज के झगड़ों से परेशान हो कर अनोख ने पत्नी से तलाक लेना चाहा. लेकिन लिप्सी तलाक देने को तैयार नहीं हुई. 

लिप्सी ने पति अनोख से साफसाफ कह दिया, ”प्रतीक्षा को नौकरी से तुरंत हटा दो.’’ 

लेकिन अनोख ने पत्नी से स्पष्ट कह दिया कि प्रतीक्षा उस के कारोबार की अच्छी तरह देखभाल कर रही है. उसे हटाने से कारोबार में भारी घाटा हो जाएगा, इसलिए वह उसे नहीं हटा सकता. अनोख चाहता था कि लिप्सी से उस का किसी भी तरह तलाक हो जाए, ताकि वह अपनी जिंदगी अपनी तरह से जी सके. इस की भनक लिप्सी के मायके वालों को भी लग गई थी. लेकिन वे लिप्सी के परिवार में किसी प्रकार के हस्तक्षेप से इसलिए बच रहे थे, ताकि बेटी का परिवार न बिखरे. अनोख के काफी जोर डालने के बावजूद लिप्सी किसी भी कीमत पर तलाक के लिए राजी नहीं हुई. तब अनोख मित्तल और प्रतीक्षा ने अपने प्यार के रास्ते के रोड़े को हटाने के लिए एक खौफनाक साजिश रची.

शक न हो, इसलिए वीकेंड पर डिनर का प्रोग्राम बनाया. उस ने जानबूझ कर शहर से बाहर के रिसौर्ट को चुना, क्योंकि वहां के रास्ते में सन्नाटा रहता है. आने वाले पल से पूरी तरह अंजान लिप्सी पति के कहने पर डिनर के लिए खुशीखुशी तैयार हो गई थी. रिसौर्ट में अनोख व लिप्सी ने डिनर से पहले एकदूसरे की बांहों में बांहें डाल कर देर तक डांस किया. यह अनोख की साजिश का पहला पड़ाव था. इस के बाद दोनों ने डिनर किया. अनोख जानता था कि जिस पत्नी के साथ वह डिनर कर रहा है, अब से ठीक एक घंटे बाद वह मौत की नींद सो चुकी होगी. उस ने डांस के वीडियो अपने वाट्सऐप की स्टेटस पर लगाए थे, ताकि लोगों को यकीन हो सके कि पतिपत्नी कितने खुश थे. जबकि इस से पहले कभी उस ने एक भी तसवीर या वीडियो स्टेटस पर नहीं लगाई थी. यह उस की चाल थी. वह चाहता था कि कत्ल इस अंदाज में हो कि किसी को शक न हो.  

अनोख ने पत्नी लिप्सी की हत्या के लिए इस से पहले 2 बार प्लानिंग की थी. दोनों ही बार प्लान नाकाम होने के बाद उस ने फुलप्रूफ प्लान बनाया था. उस ने शातिर अपराधी की तरह प्लानिंग की, फिर सोचसमझ कर लिप्सी को मरवा दिया. उस ने स्टोरी के रूप में पूरी घटना को अंजाम दिया.

पति ने ऐसे दिया मौत का सिगनल

घटना वाली रात 12 बजे के आसपास  रिट्ज कार से पतिपत्नी हंसीखुशी अपने घर के लिए रवाना हुए थे. रिसौर्ट से लगभग 200 मीटर की दूरी पर रास्ते में एक सुनसान जगह पर पेशाब जाने के बहाने उस ने कार रोक दी और कार से निकल कर चला गया. लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी सुपारी किलर नहीं आया. जबकि इस के लिए उस ने व प्रतीक्षा ने सुपारी किलर से संपर्क किया था. यह सुपारी किलर गुरदीप सिंह उर्फ मान, अनोख के यहां पहले काम कर चुका था. हत्या का ढाई लाख रुपए में सौदा तय हो जाने के बाद अनोख ने उसे 50 हजार रुपए एडवांस भी दे दिए थे. शेष 2 लाख रुपए काम होने के बाद देना तय हुआ था. 

अनोख और प्रतीक्षा की योजना यह थी कि लिप्सी को रास्ते से हटाने के बाद दोनों शादी कर लेंगे. जब सुपारी किलर गुरदीप सिंह अनोख के बताए अनुसार घटना को अंजाम देने नहीं पहुंचा तो अनोख ने समझा कि गुरदीप की नीयत खराब हो गई है. अनोख तब कार में आ कर बैठ गया और कार फिर से चल दी. लेकिन यह अनोख मित्तल की भूल थी. अचानक उसे याद आया कि गुरदीप से जो प्लान तय हुआ था, उस के अनुसार वह उसे सिगनल देना भूल गया था. अनोख और गुरदीप के बीच तय हुआ था कि जब वह वाशरूम के लिए कार को सड़क की साइड में रोक कर जाएगा, तब वह सिगनल के रूप में पार्किंग लाइट जलाएगा. इस पार्किंग लाइट का मतलब था कि अब सुपारी किलर अपने काम को अंजाम दे दे. 

अपनी इस भूल के सुधार के लिए अनोख ने कुछ दूर जाने के बाद कार साइड में फिर रोक दी. 6 मिनट के दौरान अनोख ने दूसरी बार कार रोकी थी. इस पर लिप्सी ने पूछा, ”अब कार क्यों रोक दी?’’ 

अनोख ने कहा, ”जी कुछ अजीब सा हो रहा है. वोमिटिंग (उल्टी) आ रही है.’’ 

कार रोकते ही उस ने कार की पार्किंग लाइट जला दी और कार से उतर कर सड़क किनारे चला गया.  पार्किंग लाइट का सिगनल मिलते ही अनोख की कार के पीछे आ रही सुपारी किलर की कार उस की कार के पास आ कर रुकी और कार में बैठी लिप्सी को बाल पकड़ कर 4-5 हमलावरों ने बाहर खींच लिया और चाकू से वार कर उस की हत्या कर उस के पहने आभूषण लूट लिए. लूटपाट की घटना वास्तविक लगे, इस के लिए अनोख ने अपने हाथ और पैर पर चाकू से हल्के वार करा लिए. घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर अनोख की कार ले कर भाग गए, ताकि सीन परफेक्ट लगे.

कहते हैं कि क्रिमिनल चाहे जितना चालाक हो, लेकिन खुशी के अतिरेक में कोई न कोई भूल कर ही जाता है. यही बात अनोख के साथ हुई. एक चीज ने उसे पूरे तौर पर हत्यारा साबित कर दिया. हुआ यह कि सुपारी किलर द्वारा घटना को अंजाम दे कर जाने के बाद अनोख ने उत्साह में अपने मोबाइल से प्रेमिका को वाट्सऐप से एक मैसेज किया डन’. बस उस की यही भूल उस के गले की फांस बन गई. पुलिस ने जब अनोख के मोबाइल को चैक किया तो पता चल गया कि उस ने मैसेज अपनी प्रेमिका प्रतीक्षा को किया था. भले ही उस ने शातिराना तरीके से षडयंत्र रच कर घटना को अंजाम दिया था, लेकिन घटना के 24 घंटे में ही वह कानून के शिंकजे में पूरी तरह से आ चुका था.

लिप्सी के फेमिली वालों ने रिसौर्ट में जो वीडियो रिकौर्ड हुआ था, उसे भी देखा. इस से पहले अनोख द्वारा अपने मोबाइल के स्टेटस पर लगाए फोटो और वीडियो देख कर मायके वाले भी हैरान थे. वे सोच रहे थे कि अचानक से इतना प्रेम कैसे पैदा हो गया, जो डांस करते हुए वीडियो स्टेटस पर लगा रहा है? अनोख लिप्सी से प्यार नहीं करता था, उस दिन उस ने दिखावा किया था. मायके वालों ने सोचा कि चलो कुछ तो अच्छा हो रहा है. लेकिन इस दिखावे के पीछे अनोख की क्या मंशा है, वे नहीं समझ पाए. पतिपत्नी बहुत खुश थे. लिप्सी के कत्ल से पहले बेहद खूबसूरत लम्हे इस खूबसूरत जोड़े ने गुजारे. यह अनोख की खूनी साजिश थी, उस के दिमाग में तो कुछ और ही चल रहा था. उसे मालूम था कि अगले एक घंटे के बाद उस के साथ डांस कर रही उस की खूबसूरत पत्नी लिप्सी का कत्ल हो जाएगा और वह उस की कैद से हमेशाहमेशा के लिए मुक्त हो जाएगा. लिप्सी पति के इस षडयंत्र से पूरी तरह अंजान थी.

पतिपत्नी के जिस रिश्ते को 7 जन्मों का बंधन माना जाता है, वही रिश्ते एक जन्म भी नहीं चल पा रहे हैं. इस मामले में भी अवैध संबंधों की बात सामने आई है. अवैध संबंधों की परिणति क्या होती है, इस स्टोरी से भलीभांति समझा जा सकता है. अपनी पत्नी का कत्ल कराने के बाद अनोख को प्रेमिका प्रतीक्षा भी नहीं मिली, जबकि उस ने अपनी बसीबसाई गृहस्थी  को उजाड़ लिया. हत्या के जुर्म में गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया.

 

 

पंजाबी सिंगर रंजीत बाथ ने किया मैरिड प्रेमिका के पापा का मर्डर

पंजाबी सिंगर रंजीत बाथ को आस्ट्रेलिया में रहने वाली किरणदीप कौर से सोशल मीडिया के द्वारा प्यार हो गया था. दोनों ने शादी करने का भी फैसला कर लिया. इसी दौरान ऐसा क्या हो गया कि रंजीत बाथ ने लुधियाना में रह रहे प्रेमिका के पिता रविंदर पाल सिंह की न सिर्फ हत्या कर दी बल्कि इस की सूचना प्रेमिका को भी दे दी?

पंजाबी सिंगर रणजीत सिंह कहलों उर्फ रंजीत बाथ अपनी प्रेमिका किरणदीप कौर के पिता रविंदर पाल सिंह की हर हाल में हत्या करना चाहता था. वह यही सोचता कि अपनी योजना को किस तरह अंजाम दे. रणजीत सिंह कहलों एक जानामाना सिंगर था, इसलिए वह यही चाहता था कि उस का काम भी हो जाए और किसी को इस का पता भी न चले. हत्या को आसानी से अंजाम देने के लिए उस ने जालंधर के ही नकोदर निवासी अपने भतीजे बलजिंदर सिंह उर्फ गुल्ली उर्फ मोना से बात की. गुल्ली अपने चाचा का साथ देने को तैयार हो गया.

हत्या की योजना बनाने के बाद रणजीत सिंह कहलों 25 अगस्त, 2024 को अपने भतीजे को ले कर लुधियाना में रहने वाले प्रेमिका के पिता रविंदर पाल सिंह के घर पहुंचा. वह वहां अकेले ही रहते थे. उन का बेटा विक्रम सिंह सग्गड़ लुधियाना के ही दुर्गी गांव में रहता था और बेटी किरणदीप कौर आस्ट्रेलिया रहती थी. रविंदर पाल सिंह रंजीत बाथ को पहले से जानते थे, इसलिए रंजीत बाथ ने उन से एक जरूरी बात कहने का बहाना बना कर पार्टी की बात कही. रविंदर पाल उस की बातों में आ गए. उन्होंने अपनी कार निकाली और घर का ताला बंद कर वह उन दोनों के साथ चल दिए. गाड़ी रणजीत कहलों चला रहा था, रणजीत और बलजिंदर अपने साथ एक छोटा थैला भी लाए थे, जिस में रस्सी और चाकू रखा था. 

उस के बाद रणजीत रात को कार को एक सुनसान इलाके की ओर ले गया और फिर रणजीत सिंह और बलजिंदर ने मिल कर रस्सी से 78 वर्षीय रविंदर पाल की हत्या कर दी. बाद में उन के शव को मुल्लांपुर दाखा के पास मैरिज विला रिजौर्ट के पास झाडिय़ों में फेंक दिया. शव ठिकाने लगाने के बाद रणजीत ने उन की कार दुरंगी के पास एक पेट्रोल पंप के सामने खड़ी कर दी. अपनी योजना को अंजाम देने के बाद रणजीत सिंह ने अपने भतीजे बलजिंदर को कुछ दिनों के लिए शहर और गांव से बाहर रहने की हिदायत दी और फिर वे दोनों अलगअलग रास्ते चले गए.

28 अगस्त, 2024 की रात पुलिस को सूचना मिली कि मुल्लांपुर दाखा के पास पंडोरी गांव में जीटी रोड पर किसी बुजुर्ग की लाश पड़ी है. पुलिस मौके पर पहुंची. शिनाख्त न हो पाने पर पुलिस ने जरूरी काररवाई कर लाश को लुधियाना के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. बात 29 अगस्त की है. लुधियाना के एसएसपी (ग्रामीण) नवनीत सिंह बैंस अपने कार्यालय में बैठे थे, तभी उन के मोबाइल फोन पर एक काल आई. काल किसी अंजान नंबर से आ रही थी.

हैलो, मैं एसएसपी नवनीत सिंह बोल रहा हूं, कहिए मैं आप की क्या सहायता कर सकता हूं?’’ एसएसपी नवनीत ने कहा. 

सर, मेरा नाम विक्रम सग्गड़ है, मैं अभीअभी लुधियाना के सिविल अस्पताल से आ रहा हूं, जो लाश कल रात पंडोरी गांव में जीटी रोड पर मिली थी, वह मेरे पापा की लाश है,’’ कहतेकहते विक्रम रोने लगा.

हां विक्रमजी, हमें कल रात एक लाश मिली थी, शिनाख्त न होने के कारण वह सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दी गई थी. यह सुन कर बड़ा दुख हुआ कि यह लाश आप के पापा की है. आप दुखी न हों, हम इस का पता जरूर लगाएंगे कि आप के पापा के साथ आखिर हुआ क्या था. आप हम पर विश्वास रखें!’’ एसएसपी ने कहा. 

एसएसपी साहब, मुझे यह पता है कि मेरे पापा का मर्डर किस ने किया है? मेरे पास इस बात का पुख्ता सबूत भी है, इसलिए मैं आप से पर्सनली मिलना चाहता हूं.’’ विक्रम ने कहा.

विक्रमजी, आप ने तो बहुत बड़ी और अच्छी बात कह डाली है. आप हमें इस बारे में जरूर बताएं, मगर इस वक्त आप कहां हैं?’’ एसएसपी ने कहा.

सर, मैं आप के औफिस के बाहर ही खड़ा हूं. बस एक ही इंतजार है कि मैं अपनी बात आप से रूबरू कर सकूं, यदि आप की इजाजत हो!’’ विक्रम ने कहा.

ठीक है, आप संतरी को कह कर तुरंत मेरे पास आ सकते हैं.’’ एसएसपी ने कहा.

पिता का मर्डर करने के बाद प्रेमिका को क्यों दी सूचना

अगले 2 मिनट के बाद विक्रम सग्गड़ एसएसपी नवनीत सिंह बैंस के सामने की कुरसी पर बैठा था.

सर! मुझे आप के बारे में पता है कि आप हर केस में पूरी ईमानदारी और सच्चाई के साथ काम करते हैं. लुधियाना के सभी लोग आप की बहुत प्रशंसा करते हैं, इसलिए मैं सीधे आप के पास अपने दिल की बात कहने के लिए आया हूं. मुझे पूरी उम्मीद है कि आप मुझे निराश नहीं करेंगे,’’ विक्रम ने एसएसपी का अभिनंदन करते हुए कहा.

आप बेफिक्र हो कर अपनी बात करें, हम आप के साथ हैं.’’ एसएसपी ने कहा.

सर, मेरे पापा का मर्डर किसी और ने नहीं बल्कि रणजीत सिंह कहलों उर्फ रंजीत बाथ ने अपने भतीजे के साथ मिल कर किया है,’’ विक्रम ने कहा.

यह रंजीत बाथ वही है न, जो पंजाबी सिंगर है?’’ एसएसपी ने पूछा.

जी, यह वही मशहूर पंजाबी सिंगर रंजीत बाथ है, जिस ने मेरी बहन का जीना हराम कर रखा है और जिस ने मेरे पापा का मर्डर किया है. सर, आप इस को बिलकुल छोडऩा मत.’’ कहते हुए विक्रम रो पड़ा था. 

देखिए विक्रमजी, किसी के ऊपर आरोप लगाने के लिए हमारे पास पुख्ता सबूतों का होना बहुत जरूरी होता है. क्या आप के पास इस बात के कोई पुख्ता सबूत हैं कि रंजीत बाथ ने ही आप के पिता का मर्डर किया है?’’ एसएसपी ने पूछा.

”जी सर ! मेरे पास पूरे सबूत हैं. यह देखिए, उस ने वाट्सऐप पर मेरी बहन को साफसाफ लिखा कि शादी से इंकार किए जाने पर उस ने मेरे पापा का मर्डर कर दिया है. उस ने यह भी लिखा है कि उस ने मेरे पापा का मर्डर अपने भतीजे बलजिंदर के साथ मिल कर किया है. वे दोनों मेरे पापा को उन की गाड़ी में ले गए और फिर उन की हत्या कर दी. 

रंजीत ने यह भी लिखा है कि मर्डर करने के बाद उन्होंने लाश किस जगह पर फेंकी थी. मेरे पापा की कार इस समय पर कहां है, यह बात भी उस ने मेरी बहन को लिखी है. मर्डर करने के बाद उस ने मेरी बहन से माफी भी मांगी है.’’ 

कहते हुए विक्रम ने अपना मोबाइल फोन एसएसपी को दे दिया, जिस में पूरे वाट्सऐप के स्क्रीन शौट मौजूद थे. एसएसपी नवनीत सिंह बैंस ने मोबाइल के मैसेज पढऩे के बाद तुरंत इस बात की सूचना अपने उच्च अधिकारियों को दे दी और उच्च अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद एक पुलिस टीम गठित कर दी. थोड़ी ही देर में यह खबर आग की तरह पूरे पंजाब में फैल गई कि पंजाब का मशहूर सिंगर रंजीत बाथ अपनी प्रेमिका के पिता की हत्या कर फरार हो गया है. एसएसपी नवनीत सिंह बैंस द्वारा गठित की गई पुलिस टीम में एसपी (डी) परमिंदर सिंह, डीएसपी (मुल्लांपुर दाखा) फतेह सिंह, डीएसपी (डी) संदीप वडेरा, सीआईए स्टाफ के प्रमुख इंसपेक्टर किकर सिंह और थाना मुल्लांपुर दाखा के एसएचओ इंसपेक्टर कुलविंदर सिंह धालीवाल को शामिल किया गया. 

पुलिस टीम ने इस मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि रविंदर पाल सिंह मूलरूप से लुधियाना के दुर्गी गांव के रहने वाले थे. वह एलआईसी के एजेंट थे. उन के 2 ही बच्चे थे. बेटी किरणदीप कौर थी, जो शादीशुदा थी और आस्ट्रेलिया में रहती थी और बेटा विक्रम सिंह सग्गड़ गांव में रहता था. वह अपनी खेती का काम भी संभालता था. कोरोना के दौरान रविंदर पाल की पत्नी की मृत्यु होने के कारण वह अकेले रह गए थे. उन का लुधियाना में भी अपना मकान था. उन्हें अपने मकान से बड़ा लगाव था, इसलिए वह अधिकतर समय लुधियाना में ही रहते थे. कभीकभी वह अपनी बेटी से मिलने उस के पास आस्ट्रेलिया चले जाते थे तो कभी अपने बेटे विक्रम के पास गांव चले जाते थे. एलआईसी से उन्हें अच्छीखासी इनकम हो जाती थी, इसलिए उन की आर्थिक स्थिति काफी अच्छी थी.

प्रेमी की सूचना पर किरणदीप क्यों हुई परेशान

26 अगस्त, 2024 की सुबह किरणदीप कौर ने आस्ट्रेलिया से पंजाब में रह रहे अपने छोटे भाई विक्रम को फोन कर के पूछा कि वह कल से पापा को फोन कर रही है, मगर उन का फोन नहीं लग रहा है. किरणदीप रोज दिन में 2 बार आस्ट्रेलिया से अपने पापा के साथ बातचीत करती थी. क्योंकि जब से उस की मम्मी का निधन हो गया था, तब से पापा एकदम अकेले रह गए थे. इसलिए किरणदीप उन से रोज फोन पर बात कर लेती थी. जब किरणदीप का फोन विक्रम के पास आया तो वह तुरंत अपने पापा के घर लुधियाना गया, लेकिन उस के पापा वहां पर नहीं मिले. घर के बाहर ताला लटका हुआ था. यहां तक कि विक्रम को अपने पापा की कार भी घर में कहीं नजर नहीं आई. 

विक्रम सिंह ने पापा को फोन करने की कोशिश की, मगर उन का फोन स्विच्ड औफ आ रहा था. पूरे दिन और पूरी रात विक्रम पापा को तलाश करता रहा, परंतु वे कहीं नहीं मिले. 27 अगस्त, 2024 की सुबह से विक्रम ने फिर से अपने दोस्त विनोद कुमार के साथ फिर अपने पिता की तलाश शुरू की तो उन्हें दुरंगी में पेट्रोल पंप के पास पापा की कार लावारिस हालत में मिली. विक्रम ने उसी दिन 27 अगस्त को थाना मुल्लांपुर दाखा में पापा की गुमशुदगी की सूचना दर्ज करा दी. अगले दिन पुलिस को पंडोरी गांव में जीटी रोड पर एक व्यक्ति की लाश मिली, जिस की शिनाख्त नहीं हो पाई थी. तब पुलिस ने लाश अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दी थी. अगले दिन एसएचओ कुलविंदर सिंह ने फोन कर के विक्रम को अस्पताल बुला लिया, क्योंकि एक दिन पहले ही विक्रम ने पापा की गुमशुदगी दर्ज कराई थी.

विक्रम अपने दोस्त विनोद के साथ सरकारी अस्पताल पहुंच गया और उस ने लाश की पहचान अपने पापा रविंदर पाल सिंह के रूप में की. फिर विक्रम ने इस सब की जानकारी अपनी बड़ी बहन किरणदीप को आस्ट्रेलिया में फोन कर के दे दी. उस के बाद किरणदीप ने भाई को बताया कि इस बात की पूरी जानकारी तो सिंगर रणजीत कहलों उर्फ रंजीत बाथ ने उसे वाट्सऐप मैसेज कर के पहले ही दे दी थी. लेकिन किरणदीप ने विक्रम को बताया कि पहले तो उस ने इसे मजाक समझा था कि रणजीत शायद उस को डरा रहा है, परंतु जब उस ने पापाजी से बात करने की कोशिश की तो उन का फोन ही नहीं लग पा रहा था. इस के बाद उस ने उस से पापा को ढूंढने के लिए कहा था. 

किरणदीप कौर आस्ट्रेलिया में जौब करती थी और मनोरंजन के लिए वह कभीकभी टिकटौक पर अपने वीडियो भी अपलोड करती रहती थी. किरणदीप अपने पति से काफी लंबे समय से अलग रह रही थी, क्योंकि दोनों के विचार आपस में बिलकुल भी नहीं मिलते थे. किरणदीप का एक बेटा था, जो 13-14 साल का था. पति अपनी दुनिया में मस्त था तो किरणदीप अपनी दुनिया में मस्त थी. बस बेटे के कारण महीने-2 महीने में पतिपत्नी की केवल मुलाकात हो जाया करती थी.

किरणदीप का एक टिकटौक वीडियो काफी पौपुलर हो गया था, उस में एक दिन रंजीत बाथ नाम से एक कमेंट किरणदीप ने देखा, जिस में किरणदीप की काफी तारीफें लिखी हुई थीं. कमेंट भेजने वाले ने अपना परिचय पंजाबी सिंगर के रूप में दिया था और अपने कुछ वीडियो भी भेजे थे. किरणदीप ने जब रणजीत उर्फ रंजीत बाथ के गाने के वीडियो देखे तो उस ने भी अपने कमेंट में उस की तारीफों के पुल बांध दिए थे. 

किरणदीप और रंजीत बाथ की इस तरह बढ़ीं नजदीकियां

इस के बाद धीरेधीरे दोनों में अकसर वीडियो काल भी होने लगी थी. ऐसे ही एक दिन एक टिकटौक वीडियो को देख कर रणजीत ने लिख दिया, ”किरणदीपजी, मैं तो आप की आवाज और आप की सुंदरता का कायल हो गया हूं. आप जो भी वीडियो डालती हैं, वह सब से अलग और दिल को अंदर तक प्रभावित करने वाला होता है. सुंदरता और प्रतिभा का ऐसा मेल बहुत ही कम देखने को मिलता है.’’

प्रशंसा तो एक ऐसी चीज है, जो किसी को भी अपनी ओर आकर्षित कर लेती है. स्त्री को तो प्रशंसा एकदम से लुभा देती है. रणजीत के कमेंट्स किरणदीप को अब काफी अच्छे लगने लगे थे, लिहाजा अब दोनों ने अपनेअपने मोबाइल नंबर भी आपस में एक्सचेंज कर लिए थे. धीरेधीरे दोनों में खुल कर बातें भी होने लगी थीं. रणजीत की बातों में न जाने कैसी अजीब सी कशिश थी कि वह बहुत तेजी से किरणदीप के मनमस्तिष्क पर छाने लगी थी. सोतेजागते, चलतेफिरते, खातेपीते किरणदीप अब रणजीत के खयालों में ही गुम रहने लगी थी. एक दिन रंजीत बाथ ने उस से अपने दिल की बात कह ही डाली, ”किरणदीप ऊपर वाले ने आप को चांद सा हसीन चेहरा दिया है. जाहिर है, आप के भीतर भी इतना ही खूबसूरत चांदनी की तरह जिस्म भी और दिल भी बेदाग होगा. मैं तुम्हें अपना बनाना चाहता हूं.’’ 

रंजीतजी, आप एक अच्छेभले सिंगर हैं. समाज में आप की प्रतिष्ठा और शोहरत भी है. मगर मैं आप के ख्वाबों की तरह बेदाग नहीं हूं. मैं एक विवाहित महिला हूं और मेरा एक बेटा भी है, इसलिए अच्छा यही रहेगा कि आप मुझे भूल कर कोई ऐसी दिलरुबा ढूंढ लें, जो बेदाग हो,’’ किरणदीप ने भी अपनी हकीकत बयां कर दी थी.

”किरणदीपजी, यह प्यार भी एक बड़ी अजीब चीज होती है, यह प्यार जब एक बार किसी से हो जाता है तो फिर इस के लिए किसी भी हद तक आगे बढ़ा जा सकता है. देखिए, यदि आप का आप के पति से तलाक हो चुका है तो यह अच्छी बात है. अगर तलाक नहीं हुआ है तो आप पति से तलाक ले सकती हैं. मैं आप को तो तहेदिल से स्वीकार करूंगा ही, साथ ही आप के बेटे को भी मैं पिता का प्यार दूंगा.’’ रंजीत ने वादा किया.

अपने दिल की पूरी बात खोलते हुए रंजीत ने आगे कहा, ”अब तुम्हारे बगैर एक पल भी नहीं रह सकता. मैं तुम्हें अब जल्द से जल्द पा कर अपनी जिंदगी में शामिल कर लेना चाहता हूं. तुम्हारे बगैर तो अब मैं एक पल भी अपनी जिंदगी नहीं जी सकता. मैं ने तो तुम्हें कब से अपना बना लिया है. मैं अब अपनी पूरी जिंदगी तुम्हारे नाम कर चुका हूं.’’

रंजीतजी, मैं आप की भावनाओं की कद्र करती हूं, लेकिन मैं एक बार धोखा खा चुकी हूं, इसलिए मैं अब भावनाओं में बहती नहीं, वैसे यदि आप मुझे पसंद करते हैं तो मैं यही चाहूंगी कि एक बार आप मुझ से यहां आस्ट्रेलिया आ कर मिल लें. जब हम दोनों कुछ दिन एकदूसरे के आसपास रहेंगे तो हमें एकदूसरे को समझने में काफी आसानी रहेगी. 

यदि हमें ऐसा लगेगा कि हम दोनों इस शादी से खुश रह सकते हैं तो फिर हम आगे का प्लान बना सकते हैं. मेरा तो यही विचार है कि मैं शादी करने से पहले आप को अच्छी तरह से समझ लूं. बाकी अब आगे आप की मरजी, आप जैसा सोचें.’’ किरणदीप ने भी अपने दिल की भावनाएं रंजीत के सामने रख दीं.

रणजीत कहलों उर्फ रंजीत बाथ तो किरणदीप की खूबसूरती पर मर मिटा था, उस का पासपोर्ट तो पहले से ही बना था. क्योंकि वह अकसर स्टेज शो करने के लिए विदेश आताजाता रहता था. उस ने अपना आस्ट्रेलिया का वीजा तुरंत बनवा लिया और 4 मार्च, 2024 को किरणदीप के पास आस्ट्रेलिया पहुंच गया.  वहां पर किरणदीप ने उस के ठहरने की व्यवस्था किसी दूसरी जगह पर की थी, क्योंकि वह पहले उसे अच्छी तरह से परखना चाहती थी. उस के बाद अपने पापा व भाई के साथ इस बारे मैं सलाहमशविरा करने के बाद ही रंजीत से शादी करना चाहती थी.

भाई और पापा क्यों हुए शादी के खिलाफ

किरणदीप कौर ने यह बात सब से पहले अपने भाई विक्रम सग्गड़ को बताई तो विक्रम बहन के इस फैसले पर सहमत नहीं हुआ. उस ने बहन को उस के फैसले पर बहुत बुराभला भी कहा. उस के बाद विक्रम ने रणजीत कहलो उर्फ रंजीत बाथ के बारे में जब जानकारियां मालूम करनी शुरू कीं तो उसे पता चला कि रंजीत बाथ अच्छे चरित्र का इंसान नहीं है. इस के अलावा पता चला कि वह शराबी है और कहीं भी किसी से भी गालीगलौज व मारपीट भी करने लगता है. फिर विक्रम ने अपने पापा रविंदर पाल को बहन किरणदीप के फैसले के बारे में सारी बातें बता दीं और इस के साथ ही उस ने पापा को किरणदीप के पास आस्ट्रेलिया भेज दिया ताकि वह उसे रंजीत के साथ शादी करने से रोक सकें

रविंदर पाल ने भी अपनी बेटी किरणदीप को आस्ट्रेलिया जा कर रंजीत बाथ के बारे में सारी सच्चाई बता कर उसे रंजीत से दूर रहने की सलाह दी. पहले तो किरणदीप कुछ दिन रंजीत की बातों से प्रभावित रही, मगर फिर धीरेधीरे रंजीत की हकीकत जब उस के सामने आने लगी तो उस ने उस से दूरी बनाने का फैसला कर लिया. रंजीत तो किरणदीप पर अब अपना अधिकार ही जताने लगा था. वह अब उस से मिलने जब आता तो शराब के नशे में होता था और अकसर उस के साथ गालीगलौज भी करने लगा था. उस की इन हरकतों से अब किरणदीप भी काफी परेशान हो चुकी थी.

एक दिन जब रंजीत उस से शराब के नशे में धुत हो कर मिलने आया तो किरणदीप ने उस से साफसाफ कह दिया, ”रंजीत, तुम्हारे साथ दोस्ती करना मेरी एक बहुत बड़ी भूल थी. अच्छा होगा कि तुम अब मेरी जिंदगी से दूर चले जाओ, मैं तुम्हारे साथ किसी भी हालत में शादी नहीं कर सकती. इस के बाद तुम मुझ से न तो कभी मिलना और न ही कभी बात करने की कोशिश भी करना.’’ किरणदीप के पिता रविंदर पाल ने भी रंजीत को खूब खरीखोटी सुनाई और उस से अपनी बेटी की जिंदगी से दूर रहने को कहा. इतना ही नहीं, उन्होंने रंजीत बाथ को वहां से भगा दिया. 

किरणदीप ने सोचा था कि रंजीत अब उस की जिंदगी से चला जाएगा, मगर उस का अंदेशा गलत निकला और अगले ही दिन शाम को रंजीत नशे में धुत हो कर मेलबर्न के पश्चिमी उपनगर स्थित किरणदीप के घर के बाहर गालीगलौज व हंगामा करने लगा. नशे में धुत हो कर उस ने किरणदीप को चेतावनी देते हुए कहा कि वह जल्द से जल्द अपने पति से तलाक ले कर उस से शादी कर ले. यदि उस ने ऐसा नहीं किया तो वह उसे व उस के परिवार को जान से मार डालेगा. किरणदीप ने इस की शिकायत तुरंत मेलबर्न की विक्टोरिया पुलिस से कर दी, जिस के फलस्वरूप विक्टोरिया पुलिस ने रणजीत कहलों उर्फ रंजीत बाथ को गिरफ्तार कर लिया और जून 2024 के प्रथम सप्ताह में उसे आस्ट्रेलिया से निर्वासित कर भारत वापस भेज दिया.

जब रंजीत बाथ भारत वापस आया तो वह अकसर फोन पर किरणदीप को धमकी देता रहता था. रंजीत बाथ अगस्त के दूसरे सप्ताह में एक बार फिर किरणदीप से मिलने आस्ट्रेलिया गया, लेकिन उस के ऊपर गंभीर केस दर्ज होने के कारण उसे मेलबर्न हवाई अड्ïडे से ही वापस भेज दिया गया. उस के बाद रंजीत एक घायल शेर की तरह हिंसक हो गया और उस ने अपने भतीजे बलजिंदर सिंह के साथ रविंदर पाल की हत्या कर डाली. दरअसल, रणजीत किरणदीप के ऊपर उस से शादी के लिए दबाव बना रहा था कि यदि किरणदीप ने अपने पति को तलाक दे कर उस से शादी नहीं करेगी तो वह किरणदीप के परिवार वालों को मार डालेगा. किरणदीप ने इसे कोरी धमकी समझा और रणजीत की बात को कोई तवज्जो नहीं दी, लेकिन रणजीत ने अपने भतीजे के साथ मिल कर रविंदर पाल की गला घोंट कर हत्या कर दी और फिर वाट्सऐप पर किरणदीप को मैसेज भेज कर मर्डर की बात कुबूली और उस से माफी भी मांगी. 

किरणदीप ने अपने भाई विक्रम को बताया कि उस ने आस्ट्रेलिया में भी रणजीत के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है. उस ने विक्रम को वाट्सऐप के रणजीत के सभी मैसेज के स्क्रीन शौट भेज दिए थे और रणजीत के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा. इस के बाद विक्रम 29 अगस्त, 2024 को लुधियाना के एसएसपी (ग्रामीण) नवनीत सिंह बैंस से पर्सनली मिला था और फिर रणजीत सिंह कहलों उर्फ रंजीत बाथ और उस के भतीजे बलजिंदर सिंह के खिलाफ मुल्लांपुर दाखा में हत्या का मामला 120 बीएनएस की धारा 103 (1), 3 (5) के तहत दर्ज करा दिया.

रविंदर पाल की हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस हत्यारों की तलाश में लगातार छापेमारी करने में लग गई थी. जिस के फलस्वरूप मुकदमा दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर ही 30 अगस्त, 2024 को पंजाब पुलिस ने रविंदर पाल की हत्या में शामिल पंजाबी सिंगर रंजीत बाथ के भतीजे बलजिंदर सिंह उर्फ गुल्ली उर्फ मोना को उस की स्कोडा कार सहित गिरफ्तार कर लिया. लेकिन रंजीत बाथ फरार हो चुका था.

कहानी लिखे जाने तक पंजाब पुलिस हत्या के आरोपी रणजीत सिंह कहलों उर्फ रंजीत बाथ को सरगर्मी से तलाश कर रही थी. दाखा मुल्लांपुर पुलिस पंजाबी सिंगर के कई ठिकानों पर छापेमारी भी कर चुकी थी, मगर आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आ पाया. यह शक भी जताया जा रहा है कि रंजीत बाथ कहीं विदेश तो नहीं भाग गया.

कहानी पुलिस सूत्रों पर आधारित है.