Best Hindi Story : आप ने तरहतरह की बारिशों के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि निकट भविष्य में सोनेचांदी की भी बारिश होने वाली है. जी हां, यह कोई कोरी गप्प नहीं है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने एक शोध में पाया है कि पृथ्वी के निकट एक उल्कापिंड आ रहा है, जो अरबोंखरबों से भी अधिक कीमती है, क्योंकि वह सोनेचांदी से भरा हुआ है. नासा का कहना है कि यह उल्कापिंड फिलहाल घूमता हुआ पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है. उस के पृथ्वी तक पहुंचने में सालों का समय लग सकता है. इस बीच उस के किसी दूसरे पिंड से टकराने पर उस के लाखों टुकड़े बन सकते हैं. इस तरह वह जमीन पर सोनेचांदी की बरसात की तरह गिरेगा.
नासा ने उसे गोल्डमाइन एस्ट्रायड का नाम दिया है, जिस में सोने की खदान होने की उम्मीद है. साथ ही कहा जा रहा है कि वह न सिर्फ सोना, बल्कि यह उल्कापिंड कई अन्य कीमती धातुओं से भरा पड़ा है. इस के एक छोटे से टुकड़े की भी कीमत अरबोंखरबों डालर से अधिक बताई जा रही है. नासा के अनुसार हमारे सोलर सिस्टम में इस उल्कापिंड का आकार 124 मील चौड़ाई लिए हुए है. वैज्ञानिकों के अनुसार उल्कापिंड में कई कीमती धातुओं की कीमत करीब 10 हजार क्वाड्रिलियन डालर आंकी गई है. यह सूरज के चारों तरफ घूम रहा है और मार्स एवं जुपिटर के बीच में मौजूद है. नासा उस उल्कापिंड के निकट जाने की कोशिश में है.
उस का निर्धारित लक्ष्य सन 2026 तक का है, इस के पास जाने की कोशिश की जाएगी. उस के अध्ययन के बाद ही उस के पृथ्वी तक पहुंचने का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस काम में कैलिफोर्निया के वैज्ञानिक भी जुटे हुए हैं. वे उस का तापमान मापने में लगे हैं. माना जा रहा है कि सोलर सिस्टम के निर्माण के समय हुई टक्कर में ये ग्रह से टूट कर अलग हुआ था. इस के बाद से यह अंतरिक्ष में चक्कर लगा रहा है. श्च प्लेट में कटे कोबरा ने डसा क ब और कहां मौत आ जाए कहा नहीं जा सकता. ऐसा ही कुछ साउथ चीन में एक रेस्टोरेंट के शेफ पेंग फैन के साथ हुआ. उस ने कोबरा को काट कर उस का सूप बनाने की तैयारी की. 20 मिनट बाद कटे हुए कोबरा के कटे डसने से उस की मौत हो गई.
पेंग ने अपने रेस्तरां में कोबरा सूप को शामिल किया था. उस के सूप को काफी पसंद भी किया जाता था. घटना के दिन इसे बनाने के लिए पेंग ने कोबरा सांप को काट कर प्लेट में रख दिया था. कोबरा का फन काट कर अलग रख दिया था. इस दौरान पेंग ने उस फन को डस्टबिन में फेंकने के लिए जैसे ही उठाया, सांप ने उसे डस लिया. अपनी मौत के 20 मिनट बाद भी सांप का फन जिंदा था और उस के जहर से पेंग की मौत हो गई. काफी कोशिश के बाद भी पेंग को बचाया नहीं जा सका था. उल्लेखनीय है कि कोबरा के जहर में न्यूरोटौक्सिंस होते हैं, जिस के एक बूंद से मात्र 30 मिनट में किसी की जान जा सकती है. श्च
आह! गरमी, प्रचंड गरमी के लिए कितने तैयार हैं हम जा नकारों की मानें तो आने वाले 20 सालों में लोग न केवल गरमी से बेचैन हो जाएंगे बल्कि उन्हें बाढ़, तूफान, आगजनी और भीषण सर्दी से भी जूझना पड़ेगा, कारण जलवायु परिवर्तन. इंटरगवर्नमेंटल पैनल औन क्लाइमेट चेंज की नई रिपोर्ट में धरती का तापमान 1.5 डिगरी सेल्सियस तक बढ़ सकता है. यह भविष्य में खतरे की घंटी है. रिपोर्ट के अनुसार पिछले 40 सालों में जितनी तेजी से गरमी बढ़ी है, उतनी गरमी 1850 के बाद 4 दशकों में भी नहीं बढ़ी थी. इस सब के लिए वैज्ञानिकों ने बढ़ते प्रदूषण को जिम्मेदार बताया है और चेतावनी दी है कि उसे काबू नहीं किया गया तो हमें अनियंत्रित मौसमों का सामना करना पड़ेगा, जिस में भीषण गरमी भी शामिल है. इस रिपोर्ट को आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक फ्रेडरिके ओट्टो ने तैयार किया है.
उन का कहना है कि यदि प्रदूषण का स्तर इसी तरह बढ़ता रहा और जलवायु परिवर्तन को रोका नहीं गया तो 2100 साल तक औसतन तामपान में 4.4 डिगरी सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हो जाएगी. उस के परिणाम से आर्कटिक, ग्रीनलैंड और अंटार्कटिका के ग्लेशियर और बर्फीली चट्टानें बहुत तेजी से पिघलेंगी. समुद्र तल ऊपर उठ जाएगा. समुद्र किनारे के इलाके उस में समा जाएंगे. दूसरे नुकसान के तौर पर भयाभह बाढ़ जैसी स्थितियां पैदा हो जाएंगी. बर्फ में रहने वाले जीवजंतुओं की शामत आ जाएगी. खास कर इस से पोलर भालू की प्रजाति को काफी खतरा पहुंचेगा.
हालांकि 2015 में हुए इस पर चर्चा और समझौते के अनुसार इंसान चाहे तो उस के मुख्य कारण कार्बन डाईआक्साइड में कमी ला कर बेकाबू प्रदूषण को रोक सकता है. एक अनुमान के मुताबिक दुनियाभर में 4000 करोड़ टन कार्बन डाईआक्साइड का उत्सर्जन होता है. इसे घटा कर 2050 तक 500 करोड़ टन तक किया जाना चाहिए. Best Hindi Story